what is soldering & solder | soldering Process | How to solder | how to use a
soldering iron | Solder Melting Point | Types of Solder
what is soldering & solder | Can You Solder Copper ?
Solder एक soft metal होता है जो की किन्ही 2 metals को
जोड़ने के लिए काम आता है । इस process
को soldering कहते है।
सोल्डर को पिघली (melting) अवस्था में उपयोग करते है।
सोल्डर मुख्यतः lead और tin की alloy होती है। lead बहत नरम होता है और इसे
आसानी से shape दे सकते है। साथ
ही tin को भी आसानी से shape दे सकते है।
सोल्डर metal को lead और tin को आपस में मिला कर बनाया जाता है। अलग अलग उपयोग के लिए lead और tin की
अलग अलग मात्रा (Quantity) मिलाई जाती है।
जैसे coating के लिए 70% tin – 30 % lead मिलते है , साधारण soldering के लिए 50%
tin – 50 % lead मिलते है और torch & machine soldering में 30% tin – 70 %
lead मिलते है। क्या Copper पर soldering की जा सकती है ?(Can You Solder Copper ?)
soldering process ज्यादातार Copper पर ही की जाती है। सारें electronic parts में copper का ही use होता है जिसमे जोड़ने के
लिए soldering की जाती है।
Solder Melting Point
soldering के लिए उपयोगी solder का Solder Melting Point 350 °C से कम ही होना चाहिए। कभी कभी Melting Point कम करने के लिए दुसरे Alloy मिलाए जाते है। साधारण Solder का Melting Point 200°C होता है।
Types of Solder
solder मुख्यतः 2 type के होते है।
soft Solder – इनका Melting Point 150-300°C होता है। और electronic parts & wires आदि को जोड़ने के काम आता है।
Hard Solder - इनका Melting Point 350-600°C
होता है। और hard soldering (Brazing) के काम आता है।
यह भी 2
type के होते है।
-Spelter
-Silver
solder
soldering Process | How to solder | how to use a soldering iron
Soldering करने के कई तरीके है जिसमे से कुछ है –
-Soldering iron से Soldering करना ।
-Blow lamp से Soldering करना ।
-Sweating
soldering iron & Blow lamp Soldering करने
के tools है।
Soldering की Process में हम पहले Soldering
iron की बिट को साफ़ करते है जिसे tinning करना कहते है इसमें जब बिट
गर्म हो जाता है तो एक file से उससे साफ़ करते है ताकि extra solder निकल जाए।
इसके बाद work पर flux लगाया जाता है। बाकि वर्क
पर जमा carbon आदि निकल जाए और solder अच्छे से लग जाए। और फिर आखिर में solder
लगते है। Solder को हम पहले चाहे तो Soldering iron की बिट पर लगा सकते है या फिर
सीधा जॉइंट पर भी लगा सकते है। इसी तरह ब्लो लैंप से भी हम soldering कर सकते हैं।
sweating किन्ही 2 metal layers को Soldering करने
के काम आती है जिसमे layers को साफ़ करके उनके ऊपर flux लगते है फिर solder लगाकर
layars को साथ रखकर गर्म करते है जिससे solder melt हो जाता है और ठंडा होने पर
layers आपस में joint हो जाती है।
उम्मीद है आपको जानकारी पसंद आई होगी।